एयर कंडीशनर खरीदते वक्त किन बातों का रखें खास ध्यान :-

एयर कंडीशनर्स आज हमारे जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। भीषण गर्मि तथा बार बार बदलते मौसम के दौरान स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से बचने के लिए एयर कंडीशनर पर निवेश करना एक सार्थक निर्णय प्रतीत होता है। बाजार आज विभन्न प्रकार के एयर कंडीशनर्स से भरा पड़ा है, इससे सब से जयदा कठिनाई ग्राहक को होती है, उसके लिए सही चुनाव करना कठिन हो जाता है। इसलिए एक ज़िम्मेदार सेवा प्रदाता होने के नाते आदित्य विजन आपके साथ महत्वपूर्ण टिप्स और फ़ैक्ट साझा करने जा रहा है, आप इन बातों पर ध्यान देकर एक उपयुक्त एयर कंडीशनर चुन सकते हैं :-

  1. कमरे के साइज के अनुसार :-

एयर कंडिशनर की क्षमता आपके कमरे के साइज पर निर्भर करती है, जितना बड़ा कमरा उतने ज़्यादा ‘टन’ की क्षमता वाला एयर कंडिशनर होना चाहिए, तभी वह आपकी आशा के अनुरूप काम करेगा, तथा कमरे की नमी को पूर्ण रूप से नियंत्रित कर पाएगा।

  1. टन (भार) के आधार पर :-

एयर कंडीशनर के ऊपर अंकित ‘टन’, उसके वातावरण को अनुकूलित करने, की क्षमता का मापदंड है। आसान शब्दों में  यूँ समझ जाए की एयर कंडीशनर के एक टन का अर्थ 24 घंटों में एक टन बर्फ पिघलने के लिए आवश्यक गर्मी की मात्रा के बराबर निर्धारित की गई है।

  1. एयर कंडीशनर के प्रकार :-

खिड़की में लगाए जाने वाले एयर कंडीशनर आमतौर पर सस्ते होते हैं और इन्हें इंस्टॉल करना भी आसान होता है, जबकि स्प्लिट एयर कंडीशनर कमरे में हवा के प्रवाह को बेहतर तरीक़े से नियंत्रित कर पाता है। चुनते वक्त आपको अपनी आवश्यकतानुसार अनुसार उपयुक्त एयर कंडीशनर का चुनाव करना चाहिए।

  1. हवा की गुणवत्ता के आधार पर :-

आपके जो एयर कंडीशनर ख़रीदने वाले हों, उसमें ध्यान दें की क्या उसमें बेहतर कूलिंग के लिए फिल्टर लगा है कि नहीं। यह फ़िल्टर वाष्पीकृत करने वाले कॉइल को धूलकण से बचाकर इसकी ऊर्जा क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, अतः यह सही चुनाव होगा।

  1. ब्लोअर के आकार का महत्व:

ब्लोअर का आकार जितना बड़ा होगा, एयर कंडीशनर द्वारा का हवा का बहाव उतना ही अच्छा होता होगा। ब्लोअर हवा के बहाव को अलग-अलग दिशाओं में समान रूप से वितरित करता है ताकि घुटन की स्थिति पैदा न हो।

  1. ऊर्जा की खपत में दक्षता:

बिजली की बढ़ती लागत के दौर में एक ऐसा एयर कंडीशनर खरीदना समझदारी होगी जो सबसे अच्छी कूलिंग के साथ-साथ बिजली की कम से कम खपत करे।

  1. इंस्टॉलेशन, रखरखाव और सफाई के आधार पर –

एयर कंडीशनर की परफॉर्मेंस अधिकांशतः इंस्टॉलेशन पर निर्भर करता है इसलिए इसे एक अधिकृत डीलर से ही इंस्टॉल करवाना आवश्यक होता है।

  1. कूलिंग स्पीड के आधार :-

थर्मोस्टेट और कई फैन वाले एयर कंडीशनर अलग अलग स्पीड से हवा देने के लिए बने हैं, और इसी वजह से ये बिजली की न्यूनतम खपत भी करते हैं। आप इन्हें दिन के अलग-अलग समय पर इच्छानुसार सेटिंग्स पर हवा के बहाव को रेगुलेट कर सकेंगे।

  1. सेल्स के उपरांत सर्विस की सुविधा के आधार पर :-

हमेशा उस ब्रांड का चयन करें जो प्रोडक्ट् बेचने के बाद अपने ग्राहकों को आवश्यकता पड़ने पर, बेहतर सर्विसेज प्रदान करते हों। वैसे तो जल्दी इनमे कोई ख़राबी आती ही नहीं है, पर यदि किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाए तो ये अपने ग्राहक को तुरंत सर्विस मुहैया कराते हैं। किसी भी प्रोडक्ट्स की बिक्री के बाद की सर्विसेज वह अहम पहलू है जिससे कंपनी की विश्वसनीयता तय होती है।

  1. वारंटी –

इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के कभी कभी खराब होने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, इसलिए यह आवश्यक है की एयर कंडीशनर खरीदने के साथ दी हुई वारंटी की अवधि यदि जयदा लंबी हो तो लाभप्रद साबित होगी।

एक सही इंस्टॉलर चुनना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि सही एयर कंडीशनर चुनना। इन मामलों में एक अनुभवी व्यक्ति ही महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में आपका मार्गदर्शन कर सकता है। चाहे आप एक नया एयर कंडीशनर खरीदने का प्लान कर रहे हों या पुराने एयर कंडीशनर की मरम्मत कराने की योजना बना रहे हों, आदित्य विजन में हमारे पास कुशल लोगों की बड़ी टीम है, जो आपको सही एयर कंडीशनर खरीदने के साथ साथ उसके विभिन्न पहलुओं पर भी उचित मार्गदर्शन कर सकती है, सेवा का मौक़ा दें।